मुंबई । लंदन में कैंसर का इलाज करा रहे बॉलीवुड के दमदार अभिनेता इरफान खान ने हाल में अपना हेल्थ अपडेट दिया है। उन्होंने एसोसिएटेड प्रेस को दिए एक इंटरव्यू में अपनी आगामी फिल्म पजल के बारे में बात करने के साथ ही अपनी कीमो के बारे में भी काफी कुछ कहा। इस दौरान उन्होंने कहा कि इलाज कराने के दौरान बार-बार मेरे मन में यह विचार आता रहता है कि मैं कुछ महीनों या एक - दो साल में मर जाऊंगा। इस दौरान उन्होंने बताया कि उनकी कीमो के चार सेशन पूरे हो गए हैं।
जीवन की कोई गारंटी नहीं
अपने इंटरव्यू में इरफान खान ने साफ किया कि उनकी कीमो के चार सेशल पूरे हो गए हैं । अभी दो सेशन बाकी हैं। कीमो पूरी होने के बाद ही हम एक बार फिर से कैंसर स्कैन कर सकेंगे। हालांकि तीन सेशन के बाद स्कैन का रिजल्ट पॉजीटिव आया था लेकिन हमें अभी छठे सेशन का इंतजार करना होगा। जीवन की कोई गारंटी नहीं होती। लेकिन अब देखना होगा कि अंतिम कीमो के बाद जिंदगी मुझे कहा से कहा ले जाएगी।
दिमाग में आती है मौत की बात
इरफान ने कहा कि इन दिनों कई बार मेरा दिमाग कहता है कि मुझे यह बीमारी है और मैं कुछ महीनों में, एक या दो साल में मर सकता हूं। या फिर में अपने दिमाग से की गई इस बातचीत को पूरी तरह खारिज करके उस तरह जी सकता हूं, जिस तरह जिंदगी मुझे जीने का रास्ता दे रही है, और वाकई जिंदगी मुझे बहुत मौका दे रही है। मैं मानता हूं कि चारों ओर अंधकार भरे रास्ते पर मैं चल रहा हूं, मैं नहीं देख सकता कि जिंदगी मुझे क्या दे रही है।
आगे का कोई प्लान नहीं
उन्होंने कहा कि इन दिनों मैं आगे के बारे में नहीं सोच रहा हूं। मैं किसी फिल्म के बारे में नहीं सोच रहा हूं। यह सच और भ्रम का असल अनुभव है। मेरे दिनों का कोई प्रिडिक्शन नहीं है। मुझे लगता था कि मेरा जीवन ऐसा ही होगा, लेकिन मैं कभी इसकी प्रैक्टिस नहीं कर सकता था। ये जो अब हुआ है, उसके लिए मेरे पास प्लान नहीं है। मैं सुबह ब्रेकफास्ट के लिए जाता हूं, उसके बाद कोई प्लान नहीं होता। चीजें जिस तरह मेरे पास आ रही हैं, मैं उन्हें वैसे ही ले रहा हूं। इससे मुझे बहुत मदद मिली है, मैं अब कोई प्लान नहीं बनाता। यह अनुभव मुझे अच्छा लग रहा है।